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रविवार, 24 सितंबर 2017

ग्रीष्म ऋतु के कुछ नियम -


🌳🌺महिला संजीवनी 🌺🌳

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ग्रीष्म ऋतु के कुछ नियम -
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नमस्कार दोस्तों ,
            आज मै गुरुवेंद्र सिंह शाक्य संजीवनी परिवार की ओर से आप लोगों के लिये एक नई जानकारी पेश कर रहा हूँ

      जैसा कि सबको विदित है कि शरद ऋतु की विदाई हो रही है ओर ग्रीष्म ऋतु का आगाज हो रहा है तो ऐसे मै खुद को मेन्टेन करना बहुत मुश्किल होता है कभी सर्दी तो कभी गर्मी ऐसे मे क्या करे क्या न करे जिस कारण से सर्दी ,जुकाम ,बुखार पेट दर्द , पेट खराब जैसी बीमारियाँ हो रही है

नियम जिन्हे आप अपनाये -

1 - फुल आस्तीन के वस्त्र पहने सुबह ओर शाम को एक गर्म वस्त्र अवश्य प्रयोग मे लें

2- भोजन हल्का लें पानी अधिक उपयोग करे

3- मटका का पानी प्रयोग मे लें फ्रिज का नही

4- मच्छरों से बचने के लिये मच्छरदानी का प्रयोग करे

5- पेट खराब होने पर तुरंत अमृत धारा के दो से चार बूँद आधा गिलास पानी मे लें

अमृत धारा कैसे बनाये - अजवायनसत , पिपरमेन्ट सत , कपूर तीनो को बराबर मात्रा मे लेकर एक शीशी मे बँद कर के रख दो धूप मे तीनो पिघल कर द्रव अवस्था मे हो जायेगी

लाभ - सिर दर्द , जोडो का दर्द मे वहाँ लगाये ओर पेट दर्द , अफारा , हैजा , प्यास अधिक लगना , गैस मे 2- 4 बूँद पानी से लो

6- नींबू पानी का उपयोग करे
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🌳🕉🌺महिला संजीवनी 🌺🕉🌳
गुरुवेंद्र सिंह शाक्य
जिला -एटा , उत्तर प्रदेश
9466623519
🌳🕉🌺संजीवनी परिवार 🌺🕉🌳
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कब क्या न खाये

🌹✍🏻     कब क्या न खाये        ✍🏻🌹
जासु कृपा कर मिटत सब आधि,व्याधि अपार

तिह प्रभु दीन दयाल को बंदहु बारम्बार

🌳🌺महिला संजीवनी 🌺🌳

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🌹✍🏻     कब क्या न खाये        ✍🏻🌹

चैत्र माह में नया गुड़ न खाएं
बैसाख माह में नया तेल न लगाएं
जेठ माह में दोपहर में नहेम चलना चाहिए
अषाढ़ माह में पका बेल न खाएं
सावन माह में साग न खाएं
भादों माह में दही न खाएं
क्वार माह में करेला न खाएं
कार्तिक माह में जमीन पर न सोएं
अगहन माह में जीरा न खाएं
पूस माह में धनिया न खाएं
माघ माह में मिश्री न खाएं
फागुन माह में चना न खाएं

अन्य निर्देश
स्नान के पहले और भोजन के बाद पेशाब जरूर करें ।
भोजन के बाद कुछ देर बायी करवट लेटना चाहिये ।
रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठाना चाहिये ।
प्रातः पानी पीकर ही शौच के लिए जाना चाहिये ।
सूर्योदय के पूर्व गाय का धारोष्ण दूध पीना चाहिये व्यायाम के बाद दूध अवश्य पियें।
मल, मूत्र, छीक का वेग नही रोकना चाहिये ।
ऋतु (मौसमी) फल खाना चाहिये..रसदार फलों के अलावा अन्य फल भोजन के बाद खाना चाहिये..रात्रि में फल नहीं खाना चाहिये ।
भोजन करते समय जल कम से कम पियें ।भोजन के पश्चात् कम से कम 45 मिनट के बाद जल पीना चाहिए
नेत्रों में सुरमा / काजल अवस्य लगायें.स्नान रोजाना अवश्य करना चाहिये ।
सूर्य की ओर मुह करके पेशाब न करें.बरगद, पीपल, देव मन्दिर, नदी व् शमशान में पेशाब न करें ।
गंदे कपड़े न पहने, इससे हानि होती है ।
भोजन के समय क्रोध न करें बल्कि प्रसन्न रहें।आवश्यकता से अधिक बोलना भी नहीं चाहिये व बोलते समय भोजन करना रोक दें
ईश्वर आराधना अवश्य करनी चाहिये ।

चैत्र माह में नया गुड़ न खाएं  (15 march-15april)
बैसाख माह में नया तेल न लगाएं (16April-15may)
जेठ माह में दोपहर में नहेम चलना चाहिए (16May-15june)
अषाढ़ माह में पका बेल न खाएं  (16june-15july)
सावन माह में साग न खाएं  (16july-15August)
भादों माह में दही न खाएं  (16august-15september)
क्वार माह में करेला न खाएं  (16september-15october)
कार्तिक माह में जमीन पर न सोएं (16October-15november)
अगहन माह में जीरा न खाएं  (16 November -15 December)
पूस माह में धनिया न खाएं  (16 Dec- 15 jan)
माघ माह में मिश्री न खाएं  (16jan-15feb)
फागुन माह में चना न खाएं (16 feb- 14march )

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🌳🕉🌺महिला संजीवनी 🌺🕉🌳
गुरुवेंद्र सिंह शाक्य
जिला -एटा , उत्तर प्रदेश
9466623519
🌳🕉🌺संजीवनी परिवार 🌺🕉🌳
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नाखून सड़ना ,पेरोनिसिया ,हात पैर के नाखून सडणा/ खराब होना.

  पेरोनिसिया  हात पैर के नाखून सडणा/ खराब होना. आयुर्वेदिक  मुलेठी 50ग्राम बडी सोफ 50 ग्राम  अच्छी हळदी 50 ग्राम  नीम पत्ते चुर्ण 50 ग्राम  ...