सोमवार, 13 मार्च 2023

विटामिन



🥗🥗🥗विटामिन की कमी से जनित रोग एव उपाय:-

🥗🥗विटामिन- ए
यह आँखों के लिए ,स्किन के लिए ,इम्यून सिस्टम के लिए ,हड्डियों के लिए तथा हार्ट ,फेफड़े और गुर्दों के सुचारू ढंग से काम करने के लिए जरुरी होता है।

🥗लक्षण
1. कमजोर दांत
2. थकान
3. सूखे बाल
4. सुखी त्वचा
5. साइनस
6. क्रोनिक डायरिया
7. निमोनिया
8. सर्दी – जुखाम
9. वजन में कमी
10. नींद ना आना
11. नाईट ब्लाइंडनेस (रतौंधी)

🥗उपाय
यह गाजर, पालक, ब्रोकली, हरी पत्तेदार सब्जियां, कद्दू, पपीता, आम, आदि चीजों में ज्यादा पाया जाता हैं।
नारंगी और पीले रंग वाले फल और सब्जियों में विटामिन ए सबसे अधिक होता हैं

🥗🥗विटामिन- बी-1
पाचन तंत्र के लिए , ह्रदय के लिए जरुरी है 

🥗लक्षण
1-शरीर में विटामिन बी की कमी से थकान
2-एनीमिया
3- डिप्रेशन
4-भूख न लगने 
5-मसल्स में दर्द
6-बालों का झड़ना
7-एक्जिमा 

🥗उपाय
सूखे मेवे, अंकुरित अनाज, साबूत अनाज, पालक, फल्लीयां आदि में भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं।

🥗🥗विटामिन- बी-2
रेड ब्लड-सेल्स के लिए  याददाश्त ,आँखों के लिए , त्वचा के लिए ,ताकत के लिए जरुरी है।

🥗लक्षण
1- होंठों के किनारे फट जाना।
2- जीभ का रंग लाल होना,
3-छाले निकलना
4- जीभ का सूज जाना।
5- नाक का पकना व सूजना।
6-आंख में जलन व सूजन, धुंधलापन होना।
7-कान के पीछे खुजली होना।
8-योनि की खुजली।

🥗उपाय
बादाम ,मशरूम , सोयाबीन बीज, दही , फूलगोभी आदि से मिलता है।

🥗🥗 विटामिन- बी-3
लीवर के लिए ,शरीर में टोक्सिन कम करने के लिए , सिर दर्द व कोलेस्ट्रोल ठीक करने के लिए आवश्यक होता है।

🥗लक्षण
1-इसकी कमी से पेलेग्रा
2- चिड़चिड़ापन
3- भूख
4-भ्रम
5- चक्कर आना
6- कमजोरी आदि लक्षण प्रकट होता हैं।

🥗उपाय
मूंगफली, सूरजमुखी के बीज और मशरूम है। इसके अलावा आप ब्राउन चावल, साबुत अनाज, लाल शिमला मिर्च का सेवन करके विटामिन बी3 का फायदा ले सकते हैं।

🥗🥗विटामिन- बी-5
पैंटोथीनिक एसिड, फैटी एसिड के चयापचय में सह एंजाइम के रूप में कार्य करता है , यह वसा, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट के टूटने में मदद करता है।

🥗लक्षण
1-थकान
2-नींद में गड़बड़ी
3-ख़राब समन्वय
4-भूख में कमी
5-अनिद्रा
6- कब्ज
7-मतली और उल्टी

🥗उपाय
फलियाँ,  मूँगफली, साबुत अनाज

🥗🥗विटामिन- बी-6 
बायोटिन, शरीर में कार्बोहाइड्रेट, वसा और अमीनो एसिड के चयापचय/मेटाबोलिज्म में सहायता करता है। यह भ्रूण के सामान्य विकास के लिए अत्यंत ज़रूरी है। यह बालों और नाखूनों को मजबूत बनाने के लिए भी प्रयोग किया जाता है।

🥗लक्षण
शरीर मे कमी डायबिटीज/मधुमेह को गंभीर बना सकती है। ऐसा इसलिए होता है की बायोटिन ग्लूकोज के चयापचय में कई तरह से जुड़ा होता है। इसकी कमी से ग्लूकोज़ का सही से मेटाबोलिज्म नहीं हो पाता और यह ज्यादा मात्रा में खून में मौजूद रहता है।

🥗उपाय
फल, सब्जियों, दूध में मिलता है, सूखे मेवे बादाम, मूंगफली, अखरोट, सोयाबीन बीज फलियां, साबुत अनाज, अंकुरित अनाज, फूलगोभी, केले, मक्का, टमाटर मशरूम आदि में पाया जाता है।

🥗🥗विटामिन- बी-7
ह्रदय , पाचन , इम्यून सिस्टम , मासपेशियों , नर्वस सिस्टम , दिमाग का विकास आदि के लिए महत्चपूर्ण।

🥗लक्षण
1- बालों का झड़ना, गंजापन
2- बालों का रंग उड़ना
3- चेहरे पर लाल पपड़ीदार दाने
4- नाखूनों का टूटना, परतदार होना
5- नवजात शिशुओं में बालों में पपड़ीदार पैच, रूसी 
6- शिशु की आँख, माक, गाल पर रैशेज, डायपर रैशेज
7- सूखी पपड़ीदार त्वचा
8- होठों के कोने पर दरार पड़ना
9- मोटी, सूजी हुई मैजंटा रंग की जीभ
10- आँखों में सूखापन
11- भूख न लगना, टेस्ट न आना
12- थकान, कमजोरी नींद न आना
13- डिप्रेशन
14-भ्रम
15- कमज़ोर नाखून

🥗उपाय
आलू ,केला , बादाम , काजू , पिस्ता , साबुत अनाज आदि में पाया जाता है। 

🥗🥗विटामिन- बी-9
मुख्य काम फोलिक एसिड बनांना है

🥗लक्षण
1-यह गर्भ में पल रहे बच्चे के न्यूरल ट्यूब-दोष के जोखिम को कम करने में सहायक है।
2-यह बच्चे की रीढ़ की हड्डी और नर्वस सिस्टम के गठन के लिए महत्वपूर्ण है।
3-इसकी कमी से एनीमिया हो जाता है।
4-इससे छोटे बच्चों में न्यूरोजिकल डिसॉर्डर की समस्या हो जाती है।

🥗उपाय
ब्रोकली, स्प्राउट्स, पालक, बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां, मटर, चना, चुकंदर, खजूर आदि इसके अच्छे स्रोत हैं।

🥗🥗विटामिन- बी-12
इसके प्रयोग से शरीर में रिक्ट्रेशिया की वृद्धि से रोग लग जाता है। इससे संक्रामक रोगों में बहुत लाभ होता है। टाइफस फीवर पैरा-एमिनो बेंजोइक एसिड से पूरी तरह नष्ट हो जाता है।

🥗लक्षण
1-विटमिन  बी-12 हमारी कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है।
2-यह ब्रेन, स्पाइनल कॉर्ड और न‌र्व्स के कुछ तत्वों की रचना में भी सहायक होता है।
3-हमारी लाल रक्त कोशिशओं  का निर्माण भी इसी से होता है।
4-यह शरीर के सभी हिस्सों के लिए अलग-अलग तरह के प्रोटीन बनाने का भी काम करता है। 
5-थकान
6-डिप्रेशन
7-हाथ पैर सुन्न होना
8-साँस लेने में दिक्कत
9-याददाश्त में कमी
10-एकाग्रता में कमी
11-ह्रदय की असामान्य धड़कन
12-भूख में कमी
13-इनडाइजेशन

🥗उपाय
आलू, गाजर मूली, शलजम, चुकंदर 

🥗🥗विटामिन- सी
रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, जिसके कारण सर्दी, खांसी व अन्य तरह के इन्फेक्शन होने का खतरा कम होता है। 

🥗लक्षण
1-कैंसर
2-दाँत समस्या
3-आखो की समस्या
4-एनीमिया
5-चेहरे पर झुर्रियां

🥗उपाय
संतरा, मौसमी, अमरुद, निम्बू, स्ट्रॉबेरी, टमाटर आदि में होता हैं। इसके अलावा ब्रोकोली, गोभी, अंकुरित अनाज, पालक, आंवला आदि में भी पाया जाता हैं। विटामिन सी सबसे ज्यादा खट्टे-फलों में भी उपस्थित होता हैं।

🥗🥗विटामिन- डी
यह शरीर में कैल्शियम लेवल को कण्ट्रोल में रखता हैं। जिससे नर्वस सिस्टम की कार्यप्रणाली और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद मिलती हैं। यह बॉडी के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता हैं।

🥗लक्षण
1- मसल्स कमजोर हो जाना
2- जोड़ो में दर्द होता हैं
3-मोर्निंग सिकनेस
4-शारीरिक कमजोरी 
🥗उपाय
बेहतरीन श्रोत सूरज की रौशनी है पर्याप्त विटामिन-D  प्राप्त करने के लिए धूप की आवश्यकता होती है यह मशरूम , मक्खन ,आवंला आदि से भी प्राप्त होता है

🥗🥗विटामिन- ई 
यह त्वचा को जवां बनाये रखता हैं। स्त्री-पुरुषो की कमजोरी को दूर करता हैं। शरीर को जल्दी बुढा नही होने देता हैं। इससे स्किन सेल्स रिपेयर होते हैं, यह आँखों के लिए फायदेमंद होता हैं। कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल में रखता हैं।

1-चेहरे पर मुहांसे
2-बांझपन की समस्या

🥗उपाय
विटामिन ई सूरजमुखी के बीज, बादाम, आम, हरी मिर्च, एवोकाडो, कीवी, टमाटर, ब्रोकोली, पालक आदि में भरपूर मात्रा में पाया जाता हैं।

🥗🥗विटामिन- के
शरीर में कहीं से भी होने वाले रक्तस्राव को रोकने की इसमें अदभुत क्षमता होती है, यह मजबूत हड्डियों को बनाए रखने और ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने में भी मदद करता है।

🥗लक्षण
1- धमनियाँ सख़्त
2-हड्डियां कमजोर
3-मासिक धर्म में अधिक रक्तस्राव
4-मसूड़ों से व नाक से रक्त आना 

🥗उपाय
हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन इस विटामिन पाने को पाने का सबसे अच्छा तरीका है। यह हरी पत्तेदार सब्जियों, गोभी, पालक, शलजम साग, सरसों का साग, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, ब्रोकोली आदि में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। पौधों में पाया जाने वाला क्लोरोफिल उन्हें हरा रंग देता है और विटामिन K प्रदान करता है।

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